यूपाटोरियम परफोलियेटम, डेंगू dengue fever की रोकथाम के लिए एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा homeopathic medicine है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता immunity को डेंगू के खिलाफ बढाने में मददगार है। यह एक हर्बल एंटी-वायरल anti-viral दवा है।
यूपाटोरियम परफोलियेटम को डेंगू बुखार की रोकथाम और उपचार के लिए पूरे विश्व में सफलतापूर्वक प्रयोग किया जाता रहा है। दक्षिणी भारत में, सरकारी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल मदुराई, में डेंगू बुखार से बचाव के उपाय के रूप में इस दवा को वितरित करने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया गया था। साओ पाउलो, ब्राजील में, Eupatorium perfoliatum 30cH को अत्यधिक डेंगू प्रभावित क्षेत्र के निवासियों का दिया गया। इसके बाद, डेंगू होने में काफी कमी पायी गई।
Eupatorium Perfoliatum सुरक्षित है और किसी भी आयु वर्ग, गर्भवती महिलाओं को दी जा सकती है, लेकिन किसी भी अन्य दवा की ही तरह आप को हमेशा इसे योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक के साथ परामर्श के बाद लेने चाहिए। यह दवा होम्योपैथिक केमिस्ट की दुकानों से प्राप्त की जा सकती कर सकते है।
Eupatorium perfoliatum के बारे में
यूपाटोरियम परफोलियेटम Asteraceae/ Compositae/सूरजमुखी परिवार का पौधा है।
इसके कुछ आम नाम हैं बोनसेट, ague-weed, crossword, Indian sage, sweating weed and feverwort आदि। पारंपरिक रूप से इस पौधे को बुखार, जुकाम, खांसी, सिर दर्द, फ्लू और गठिया के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है।
होम्योपैथी में Eupatorium perfoliatum, दिए जाने के प्रमुख लक्षण है हड्डियों में गंभीर दर्द जैसे की वो टूट गई हों pain in bones, ठण्ड लगना, बहुत अधिक प्यास excessive thirst, पित्त की उल्टी bile vomiting, दर्द, आँखों के पीछे दर्द pain behind eyes, सिर दर्द head ache, मुँह के कोने में दरारें cracks in the corner of mouth and bones aches in flu और हड्डियों में दर्द, फ्लू, जीभ में पीला पदार्थ दिखना आदि।
इसे हड्डी के दर्द, पीठ में दर्द, दस्त, गठिया, फ्रैक्चर, दर्द के साथ बुखार, फ्लू, मलेरिया, हड्डियों में दर्द और डेंगू में दिया जाता है।
#Eupatorium Perfoliatum की खुराक#
Eupatorium Perfoliatum 30 या 200 पोटेंसी में, रोगनिरोधी prophylactic रूप में, दिन में दो बार, तीन दिनों के लिए लिया जा सकता है।
यह खाली पेट ही ली जानी चाहिए। एक दिन में, दो बार 2 बूँदें एक चम्मच पानी के साथ लें, उसके बाद, कम से कम 2 डोज़, 3-4 दिनों के अंतराल पर लें जब तक डेंगू फैला हो।
एलोपैथी उपचार के साथ भी इसे लिया जा सकता है।
या होम्योपैथी डॉक्टर द्वारा निर्धारित के रूप में लें।
No comments:
Post a Comment